Saja do Ghar ko gulshan sa yeh gana kise nahi pasand hai. Yeh gana atyant sundar hai, jo har kisi ko pasand ata hai. Hamre prabhu shree ram hai hi itne manmohak, har kisi man me turant aa jate hai. Prabhu ke bhajan sunna kise nahi pasand, jo bhi prabhu shree ram ke bhajan sunta hai uska man pavitra ho jata hai. Waise to prabhu shree ram ke bhajan lyrics kafi jagah hai, par aaj ham apko orignal lyrics dene ja rhe hai. Aur yeh gana to apne suna hi hoga “saja do ghar ko gulshan sa mere sarkar aye hai“.
Is bhajan ko sunte hi man bhi musurane lagta hai, aaiye sunte hai Saja do ghar ko gulshan sa lyrics
Saja do ghar ko gulshan sa lyrics
सजा दो घर को गुलशन सा,
मेरे सरकार आये है,
मेरे सरकार आये है,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गूलशन सा,
मेरे सरकार आये है।।
तर्ज – जगत के रंग में क्या देखु।
पखारो इनके चरणो को,
बहा कर प्रेम की गंगा,
बहा कर प्रेम की गंगा,
बिछा दो अपनी पलको को,
मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गूलशन सा,
मेरे सरकार आये है।।
उमड़ आई मेरी आँखे,
देख कर अपने बाबा को,
देख कर अपने बाबा को,
हुई रोशन मेरी गलियां,
मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गूलशन सा,
मेरे सरकार आये है।।
तुम आकर फिर नहीं जाना,
मेरी इस सुनी दुनिया से,
मेरी इस सुनी दुनिया से,
कहूँ हर दम यही सब से,
मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गूलशन सा,
मेरे सरकार आये है।।
सजा दो घर को गुलशन सा,
मेरे सरकार आये है,
मेरे सरकार आये है,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गूलशन सा,
मेरे सरकार आये है।।
Ummid karte hai, apko yeh bhajan apko pasand aya hoga, ap apne dosto ke sath is lekh ko jarur se share karen.
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